मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक बेहद गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। यह मामला कथित ‘लव जिहाद’ से जुड़ा है, जिसमें एक संगठित गिरोह पर आरोप है कि उन्होंने भोपाल के कॉलेजों में पढ़ने वाली कई हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाया, फिर नशा देकर उनका यौन शोषण किया और अंत में जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डाला।
इस पूरे मामले की जांच जहांगीराबाद पुलिस कर रही है, जिसने हाल ही में कोर्ट में 200 से अधिक पन्नों का चालान पेश किया है। चालान में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच के मुताबिक, इस गिरोह का मास्टरमाइंड फरहान खान है, जो छोटा चंबल इलाके का निवासी है। फरहान के अलावा पांच और आरोपी — साहिल खान, सैयद अली अहमद, साद उर्फ शम्सउद्दीन, मोहम्मद नबील और अबरार — भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सभी के खिलाफ कोर्ट में ठोस सबूतों के साथ मामला दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आया है कि फरहान ने साल 2017 में भोपाल के कोकता क्षेत्र के एक निजी कॉलेज में एमबीए में दाखिला लिया था। वहीं से उसने हॉस्टल और किराए के मकानों में रहने वाली गरीब, अकेली और छोटे शहरों से आई हिंदू छात्राओं को टारगेट करना शुरू कर दिया। गिरोह का तरीका बेहद संगठित था — पहले दोस्ती, फिर प्यार का दिखावा, नशीली चीज़ों का सेवन करवाकर यौन शोषण और अंत में ब्लैकमेलिंग के ज़रिए धर्म परिवर्तन के लिए दबाव।
चालान में दर्ज पीड़ित लड़कियों के बयान दिल दहला देने वाले हैं। कई छात्राओं ने बताया कि उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें धमकाया गया और धार्मिक पहचान छुपाकर भरोसे को तोड़ा गया। भोपाल पुलिस इस केस को गंभीरता से लेते हुए अन्य संभावित पीड़िताओं की पहचान में जुटी है।
यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था, बल्कि समाज की जागरूकता और शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े करता है। इस केस ने ‘लव जिहाद’ को लेकर जारी बहस को और तेज कर दिया है, जिसमें मासूम लड़कियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की मांग उठ रही है।
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