वॉशिंगटन/नई दिल्ली | 18 जुलाई 2025
अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह ‘द रजिस्टेंस फ्रंट’ (The Resistance Front – TRF) को आधिकारिक रूप से विदेशी आतंकवादी संगठन (Foreign Terrorist Organization – FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (Specially Designated Global Terrorist – SDGT) घोषित किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को इस निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि यह अमेरिका की सुरक्षा नीति, वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और भारत के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग की दिशा में ठोस कदम है।
TRF ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी
विदेश मंत्री रुबियो के अनुसार, TRF ने 22 अप्रैल, 2025 को भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 लोगों की मृत्यु हुई थी।
रुबियो ने कहा:
“TRF, लश्कर-ए-तैयबा का एक फ्रंट संगठन है। यह हमला भारत में 2008 के मुंबई हमलों के बाद सबसे घातक आतंकी हमला था, जो नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया। TRF ने भारतीय सुरक्षा बलों व नागरिकों को लगातार टारगेट किया है।“
TRF ने हालांकि हमले के 4 दिन बाद अपने बयान से पलटते हुए कहा था कि समूह की वेबसाइट हैक कर ली गई थी और उनकी अनुमति के बिना वह बयान जारी किया गया था।
TRF क्या है?
- TRF की शुरुआत 2019 में अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद हुई थी।
- भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां TRF को लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी संगठन मानती हैं।
- यह संगठन जम्मू-कश्मीर में हाइब्रिड आतंकवाद (ऐसे आतंकी जो दिखने में आम नागरिक जैसे होते हैं) को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।
- TRF पर भारत में कई नागरिकों, सुरक्षाबलों व राजनीतिक हस्तियों पर हमले करवाने, हथियारों की तस्करी और आतंकी फंडिंग से जुड़े होने का भी आरोप है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत करते हुए इसे “भारत-अमेरिका आतंकवाद विरोधी सहयोग की मजबूत पुष्टि” बताया।
उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“TRF को FTO और SDGT लिस्ट में डाले जाने का निर्णय आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक जिम्मेदारी को दर्शाता है। आतंकवाद के लिए भारत की नीति साफ है: जीरो टॉलरेंस।“
FTO और SDGT लिस्ट में शामिल करने के मायने
FTO (Foreign Terrorist Organization):
- ऐसे संगठनों को इसमें शामिल किया जाता है जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा व विदेश नीति के लिए खतरा माने जाते हैं।
- FTO में शामिल किसी संगठन को वित्तीय या लॉजिस्टिक्स सपोर्ट देना कानूनी अपराध है।
SDGT (Specially Designated Global Terrorist):
- संबंधित संगठन या व्यक्ति की संपत्तियां जब्त कर ली जाती हैं।
- अमेरिकी नागरिकों और संस्थाओं को लेनदेन की अनुमति नहीं होती।
- इससे ग्लोबल बैंकिंग नेटवर्क में भी प्रतिबंध लगते हैं, जिससे संगठन के फंडिंग नेटवर्क पर गहरी चोट पड़ती है।
निष्कर्ष
अमेरिका द्वारा TRF को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित करना भारत-अमेरिका की सामरिक साझेदारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। आतंकवाद पर वैश्विक नीति में यह संदेश है कि हिंसा फैलाने वाले संगठनों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वे किसी भी नाम या माध्यम से संचालित हो रहे हों।
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