पब्लिक फर्स्ट। अलीराजपुर।

मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पुलिसवालों पर महिला को डरा धमकाकर सोने के सिक्के छीन लेने का आरोप है। आदिवासी महिला का कहना है कि पुलिसवाले सादे कपड़ों में गए और उसे धमकाकर सोने के 240 सिक्के लेकर फरार हो गए।

मामला सोंडवा थाना क्षेत्र के बेजड़ा गांव का है। ग्रामीणों की शिकायत पर सोंडवा थाने में पदस्थ एक आरक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला संज्ञान में आते ही एसपी हंसराज सिंह ने थाना प्रभारी विजय देवड़ा, प्रधान आरक्षक सुरेश चौहान, आरक्षक राकेश देवार और वीरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। जिसके बाद थाना प्रभारी विजय देवड़ा ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।

गुजरात से सिक्के लेकर आई महिला

बेजड़ा गांव की रमकुबाई भयड़िया ने बताया कि मैं अपने जेठ की बहू के साथ गुजरात में मजदूरी करने गई थी। वहां एक मकान में काम करते समय उन्हें सोने के 240 सिक्के मिले। यह सिक्के वो चुपचाप अपने गांव ले आई। यहां आकर सारे सिक्के अपने घर में गाड़ दिए, लेकिन ये खबर गांव में तेजी से फैल गई।

पुलिसवाले घर आए और सिक्के लेकर चले गए

रमकुबाई ने कहा- बुधवार को चार पुलिसकर्मी मेरे घर पहुंचे और मुझे धमकाया। इसके बाद घर में जगह-जगह खुदाई कर सिक्के अपने साथ लेकर चले गए। मुझे जब ठगी का अहसास हुआ, तो मैंने इसकी शिकायत पुलिस को की। ग्रामीणों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने थाने का घेराव कर दिया। थाने पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को एसडीएम प्रियांशी भंवर और एसडीओपी श्रद्धा सोनकर ने शांत कराया।

एसडीओपी सोनकर ने बताया कि मामले की जांच के बाद सोंडवा थाने के आरक्षक राकेश डावर सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच के बाद तीन आरोपियों को भी नामजद कर लिया जाएगा। भाजपा नेता जयपाल सिंह ने मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है।

2 करोड़ से ज्यादा के सिक्के

लोगों का कहना है कि एक सिक्का 50 ग्राम तक का है। सिक्कों की संख्या भी अधिक बताई जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इन सिक्कों की कीमत 2 करोड़ रुपए से अधिक है। इस मामले से जुड़े सभी पुलिसकर्मी भी गायब बताए जा रहे हैं।

गुजरात पुलिस को दी जाएगी सूचना

इस मामले में अब जिले की पुलिस गुजरात पुलिस को भी सूचना देने की तैयारी कर रही है। गुजरात पुलिस पता लगाएगी कि जहां से सिक्के मिलने की बात कही जा रही है, वहां यह कैसे आए? अगर नहीं तो क्या यह गुजरात से चुराकर यहां लाए गए।

निलंबित टीआई ने बनाया भावुक वीडियो

इस मामले में निलंबित थाना प्रभारी विजय देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट, जिसमें वो कह रहे हैं कि विभाग ने मुझे आज चोर घोषित कर दिया। 19 जुलाई को मेरे बच्चे का बर्थडे था, तो मैंने 18 को एसपी से छुट्टी ली। 19 जुलाई को रेगुलर आरटी कॉल पर जॉइनिंग की।

मुझे सूचना मिली कि एक गांव के दो घरों में शराब रखी है। मैंने पहले स्टाफ को भेजा फिर खुद जाकर जांच की। यहां शराब नहीं मिली। कुछ महिलाएं मिलीं। मैंने उन्हें कहा कि अपने पतियों को थाने भेज देना। मैंने बैठक भी ली। इसके बाद मुझे खबर मिली कि पुलिसवाले सोने के सिक्के चोरी कर ले गए। इसके बाद तथाकथित समाजसेवी महिलाओं को लेकर थाने पहुंचे और हमारे खिलाफ शिकायत की।

धन्यवाद मेरे विभाग का जिसने बिना जांच के हमें चोर घोषित कर दिया। विभाग ने महिलाओं से पूछा भी नहीं कि वो सिक्के कहां से लेकर आई थी। इन लोगों ने हमें चोर बना दिया।

वीडियो में विजय देवड़ा ने रोते हुए कहा, मैं सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि हम चोर नहीं है। मैं वरिष्ठ अधिारकियों से निवेदन करता हूं कि हमारे मामले की जांच अलीराजपुर एसपी या उनके अधिनस्थों से ना कराई जाए। इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और हमें न्याय दिलाया जाए।

publicfirstnews.com

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