पब्लिक फर्स्ट। डसलडॉर्फ।
वजन- 500 किलो, 13 हजार लोगों को हटाया गया; बॉम्ब स्क्वॉड बम निष्क्रिय करने में जुटा
जर्मनी के डसलडॉर्फ शहर में सोमवार को वर्ल्ड वॉर 2 के समय का बम मिला। इसके बाद शहर के 13 हजार लोगों को टेम्पेररी तौर पर घर छोड़ने का आदेश दिया गया है। अमेरिका में बने इस बम का वजन 500 किलोग्राम है। DW के मुताबिक, पुलिस, फायरब्रिगेड और बॉम्ब स्क्वॉड घटनास्थल पर मौजूद है और बम को निष्क्रिय करने में लगे हैं।
ये बम चिड़ियाघर के पास काम कर रहे वर्कर्स को मिला था। इसके बाद घटनास्थल पर 500 मीटर के एरिया से लोगों को हटा दिया गया और आसपास की सड़कें बंद कर दी गईं। लोगों को शहर के 2 स्कूलों में शिफ्ट किया गया। शहर से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों का रूट बदल दिया गया। इसके अलावा लोकल बस और ट्राम सर्विस भी रोक दी गई।
पहले भी मिले हैं ऐसे बम
जर्मनी के कई शहरों में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम के दौरान इस तरह के बम मिलते रहते हैं। इससे पहले 2021 में म्यूनिख में भी दूसरे विश्व युद्ध के समय का बम फट गया था, जिससे 4 लोग घायल हो गए थे। वहीं 2020 में भी फ्रैंकफर्ट में एक ब्रिटिश बम मिलने के बाद करीब 13 हजार लोगों को टेम्पररी घर छोड़ना पड़ा था।
2017 में फ्रैंकफर्ट में ही 1400 किलो का एक बम मिला था, जिसके बाद करीब 65 हजार लोगों को घर छोड़ना पड़ा था। वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान 1940 से 1945 के बीच अमेरिका और ब्रिटेन की एयरफोर्स ने यूरोप पर करीब 2.7 मिलियन टन के बम गिराए थे। इनमें से आधे से ज्यादा बम जर्मनी में गिरे थे।
कैसे और कब शुरू हुआ था दूसरा विश्व युद्ध
1 सितंबर 1939 को द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई थी। करीब 6 साल चले इस युद्ध में 7 से 8 करोड़ लोग मारे गए थे। 1 सितंबर को एडोल्फ हिटलर की अगुवाई में जर्मनी ने कब्जे की मंशा से पौलेंड पर हमला कर दिया था। इस हमले से बौखलाए ब्रिटेन और फ्रांस पौलेंड की मदद के लिए आगे आए।
इसके बाद जर्मनी के पक्ष में इटली और जापान देश जबकि पौलेंड के साथ फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका, सोवियत संघ और कुछ हद तक चीन आमने-सामने आ गए। इसके बाद ये जंग विश्व युद्ध में तब्दील हो गई। यह युद्ध भी पहले विश्व युद्ध की तरह दो गुटों के बीच लड़ा गया था। जर्मनी के तानाशाह हिटलर ने युद्ध में जर्मनी को हारता देखकर 30 अप्रैल 1945 को आत्महत्या कर ली थी।
हिटलर के मरने के एक हफ्ते बाद जर्मनी ने बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण के कागजों पर दस्तखत कर दिए थे। इसके बाद 8 मई को जर्मनी ने आधिकारिक तौर पर हार मान ली। हालांकि, जापान ने फिर भी जंग जारी रखी। 6 और 9 अगस्त को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहर पर परमाणु बम से हमला किया, जिसके बाद वर्ल्ड वॉर खत्म हो गया।