मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में 16वें वित्त आयोग के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य आगामी पांच वर्षों के लिए राज्य की वित्तीय आवश्यकताओं और विकास योजनाओं पर चर्चा करना था।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे अधिक से अधिक वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए ठोस योजनाएँ तैयार करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश होगी कि अधिक से अधिक राशि को मंजूरी दिलवाने के लिए वित्त आयोग के सामने प्रभावी प्रस्तुतीकरण दिया जाए। 
बैठक में विभिन्न विभागों के मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं को रोजगार से जोड़ने और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ की स्थापना पर जोर दिया, जो 12 जनवरी से शुरू होगा। 
इसके अलावा, किसानों की आय को दोगुना करने के लिए दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में प्रोफेशनल्स को शामिल करने की योजना पर भी चर्चा हुई। सांची ब्रांड को देशभर में पहचान दिलाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आगामी पांच वर्षों में अधिक से अधिक वित्तीय संसाधन जुटाए जाएं, जिससे प्रदेश का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।