हीरापुर ग्राम पंचायत में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के साथ हुई मारपीट व गाली‑गलौज के विरोध में सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक संघ ने शुक्रवार को पवई जनपद कार्यालय पहुंचकर पन्ना कलेक्टर के नाम जनपद CEO को ज्ञापन सौंपा। संघ ने कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि तीन दिनों के भीतर कोई कदम नहीं उठाया गया तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे।
विवाद 24 जून को उस समय शुरू हुआ जब ग्राम की जनसुनवाई में सत्येंद्र तिवारी पिता पुष्पेंद्र तिवारी ने सरपंच सचिव और रोजगार सहायक के साथ कथित तौर पर मारपीट की। विरोध पर, सहायक सचिव जीतेंद्र दुबे को भी घूंसा मारा गया। मामले की शिकायत अगले दिन सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत CEO को की थी, लेकिन 18 दिनों में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पवई CEO अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है, लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राजपाल सिंह बुंदेला ने कहा कि प्राधिकरण कार्यवाही सुनिश्चित न करें तो जनपद पंचायत परिसर में धरना शुरू करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा, “तीन दिनों में कार्रवाई नहीं मिली तो धरने पर बैठेंगे।”
निष्कर्ष
सशक्त लोकतंत्र के लिए पंचायत स्तर पर यह घटना चिंता का विषय है। अगर सही समय पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होती, तो विगत में कई बार इस तरह की घटनाएं सत्ता‑संस्थाओं पर असंतोष पैदा करती हैं। ग्रामीणों के साथ जोड़कर जल्दी समाधान निकालने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों की बनती है।
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