पब्लिक फर्स्ट । नई दिल्ली । इस बार हज 2023 पर जाने वाली महिलाओं और पुरुषों को फिट रहने के लिए योगा का सेशन कराया जा रहा है। खास बात यह है कि इस साल बड़ी संख्या में महिलाएं हज पर जा रही हैं। दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां के मुताबिक पिछले कुछ साल में देशभर में फिटनेस को लेकर जागरूकता आई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा योगदान है। उनसे सीख लेते हुए हाजियों को फिटनेस के मंत्र दिए जा रहे हैं। इसके लिए खासतौर पर हज कमेटी की तरफ से सेशन का आयोजन कराया जा रहा है। बुधवार को बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुषों ने योगा सेशन में हिस्सा लिया। इस सेशन के लिए खासतौर पर ट्रेनर का इंतजाम किया गया है।

इसलिए हो रहा ऐसा

सऊदी अरब में एरिया ड्राई होता है। वहां हज के दौरान काफी चलना होता है। देखा गया है कि जो लोग हज पर जाते हैं उनमें आॅक्सीजन की कमी की वजह से ब्लड सर्क्युलेशन कम हो जाता है। ब्लड फ्लो की दिक्कत में चक्कर आना आम बात है। ड्राइनेस की समस्या होती है। ऐसे में हज पर जाने वालों को फिट रहना जरूरी है। इसी समस्या को दूर करने के लिए फिजिकल ट्रेनिंग दी जा रही है।

अच्छे स्वास्थ्य की कामना

दिल्ली स्टेट हज कमेटी की चेयरपर्सन मोहतरमा कौसर जहां, सदस्य और काउंसलर मोहतरमा नाजिया दानिश, कार्यकारी अधिकारी अशफाक अहमद आरफी, उप कार्यकारी अधिकारी मोहसिन अली, जिला ट्रेनर खलीक अहमद, मुफ़्ती शमीम अहमद कासमी और मोहतरमा सबीहा सालेहाती साहिबा ने हज यात्रियों को संबोधित भी किया। मोहतरमा कौसर जहां ने विशेष रूप से उन महिला हज यात्रियों से मुलाकात की जो बिना महरम हज यात्रा पर जा रही हैं और हज करके वापस आने तक के लिए उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इस मौके पर चेयरपर्सन कौसर जहां ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि इस साल 40 महिलाएं बिना महरम के दिल्ली से हज बैतुल्लाह के लिए जा रही हैं, जो पिछले सालों की संख्या की तुलना में सबसे ज्यादा है। उन्होंने हज यात्रियों को आश्वासन दिया कि हज यात्रा के दौरान उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए वे हर संभव प्रयास करेंगी।

पहली फ्लाइट 21 मई को

इस बार सिर्फ दिल्ली से ही 3000 से ज्यादा लोगों को हज पर भेजने की योजना है। पहला फेज 21 मई और दूसरा फेज 7 जून से हज यात्रा की शुरुआत होगी। हज यात्रा की पहली फ्लाइट 21 मई को जाएगी। पहले फेज में 21 मई से 6 जून तक हज यात्रियों की फ्लाइट जाएंगी। हज यात्रा 45 से 50 दिनों की होने वाली है। लखनऊ और दिल्ली एयरपोर्ट से सबसे अधिक यात्री रवाना होंगे। खास बात यह है कि इस साल 40 महिलाएं बिना महरम के दिल्ली से हज बैतुल्लाह के लिए जा रही हैं, जो पिछले सालों की संख्या की तुलना में सबसे ज्यादा है।

Share.

Comments are closed.