पब्लिक फर्स्ट। नई दिल्ली। भारत के नए संसद भवन को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल भले ही विरोध कर रहे हो, लेकिन इस नई इमारत में को देखकर, भारत की वास्तु और स्थापत्य कला पर स्वत ही गर्व होने लगता है। आईए हम आपको बताते है, भारत की नई संसद में क्या विशेषताएं है और क्यों दुनिया भारत की इस संसद भवन को देखकर, चौंक गई है।


कैसा है नए संसद भवन का डिजाईन
नए संसद भवन को तिकोने आकार में डिजाइन किया गया है. इसकी लोकसभा में 888 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने का इंतजाम है. नई राज्‍यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्‍यादा लोगों के बैठने की क्षमता है. दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकते हैं.

हाईटेक है नया संसद भवन
नए संसद भवन में अहम कामकाज के लिए अलग ऑफिस बनाए गए हैं, जो हाईटेक सुविधाओं से लैस है. कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के तमाम कमरों में भी हाईटेक इक्विपमेंट लगाए गए हैं. कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था की गई है.

ईको फ्रेन्डली है नया संसद भवन
नए संसद भवन के निर्माण के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण पर रोकथाम के लिए कई कदम उठाए गए हैं। बता दें, इसमें सभी सांसदों के लिए अलग-अलग दफ्तर होगा, उनके कार्यलय को पेपरलेस ऑफिस बनाने के लिए नई डिजिटल इंटरफेस से लैस किया गया है। इस नई इमारत में एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक लाइब्रेरी, डाइनिंग हॉल और पार्किंग की जगह भी है

सनातन संस्कृति की दिखती है झलक
इसमें 6 गेट और सार्वजनिक वाले रास्तों में देश के अलग-अलग हिस्सों की मूर्तियां और आर्ट वर्क होंगे। यहां देश में पूजे जाने वाले जानवरों की झलकियां भी दिखाई जाएंगी, इनमें गरुड़, गज, अश्व और मगर शामिल हैं।

अनुपम संविधान हॉल
नई संसद की सबसे बड़ी विशेषता संविधान हॉल है. ये भवन के बीचोंबीच बना हुआ है. इसके ऊपर अशोकस्‍तंभ लगा है.

publicfirstnews.com

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