पब्लिक फर्स्ट। मध्यप्रदेश ।

भोपाल में RTO का हिसाब-किताब का पर्चा लीक होने के मामले में प्रदेश सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए दो अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए हैं। साथ ही उप परिवहन आयुक्त दिलीप सिंह तोमर को मामले की जांच साैंपी गई है। RTO संजय तिवारी और ARTO अनपा खान का ट्रांसफर किया है। यहां बता दे कि कमलनाथ ने RTO में लेनदेन के मामले को उठाते हुए शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।

भोपाल आरटीओ से लीक पर्चे में 34 एजेंटों से लेन देन का हिसाब है। इसमें 55 हजार रुपए का हिसाब है, जो एक दिन का है। आरटीओ के जानकारों की मानें तो महीने में कम से कम डेढ़ करोड़ की वसूली फिक्स है। इसके अलावा फुटकर कमाई अलग। भोपाल आरटीओ में करीब 200 एजेंट सक्रिय हैं। इन एजेंटों की ही मानें तो अफसर एक साइन के एवज में इनसे कम से कम 200 और अधिकतम 6000 रुपए तक लेते हैं।

पर्चे में यह लिखा हुआ है

  • पर्चे में पहले नंबर पर अमित नाम है। आगे 1,500 लिखा है। यह वाहन ट्रांसफर का काम देखता है।
  • अशकाफ, आदिल, एसएस, जावेद, खलील, अनस, नौशाद, जमीर वाहन ट्रांसफर की फाइलों का काम करवाते है। इनके आगे 1,100 और 5,000 लिखा है।
  • केआर और खलील ऐसी गाड़ियां ट्रांसफर कराते हैं, जाे अन्य एजेंट के लिए कठिन है। इनके नाम के आगे एक दिन में 5,300 तो जमीर के आगे 5,000 और अनस के आगे 3,500 लिखा है।
  • मंगल नाम का एजेंट खुद बस ऑपरेटर है। वह गाड़ियों के परमिट का काम भी देखता है। उसके नाम के आगे 4,000 रुपए का हिसाब लिखा है।
  • इरशाद, आदिल सीज गाड़ियाें का ट्रांसफर का काम देखते हैं। इन सभी नाम के आगे 3,100 से लेकर 6,000 रुपए का हिसाब लिखा है। सीपी, केआर, एसएस, डी बैरिसया, एमवाई, जैसे कोड भी लिखे हैं।

publicfirstnews.com

Share.

Comments are closed.