पब्लिक फर्स्ट। सतपुड़ा।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ का सिर काट कर ले जाने की घटना के बाद वन्यजीव अपराध नियंत्रण (WCCB) ने देशभर के टाइगर रिजर्व को रेड अलर्ट जारी किया है। इस गिरोह के तार महाराष्ट्र से जुड़े है। ब्यूरो के अफसरों को संदेश है की इसका नेटवर्क देश के अलग-अलग राज्यों में फैला हो सकता है। MP के दो टाइगर रिजर्व पेंच और सतपुड़ा तक भी इनके तार जुड़े होने का संदेश है।

बाघ की पहचान बताने से बच रहे अफसर

जिस बाघ का शिकार हुआ, उसकी उम्र, नाम बताने से अफसर अभी भी बच रहे है। फील्ड डायरेक्टर से इस बारे में पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक नर बाघ है।

किस बात की है आशंका

आशंका जताई जा रही है कि बाघ की खोपड़ी को तंत्र क्रिया या दांतों की तस्करी या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहद दुर्लभ सिर की ट्राफी बनाने के लिए शिकारियों ने ऐसा किया हो. प्रदेश के जंगलों में इससे पूर्व बाघों की मूंछ और पूंछ के बाल काटने सहित नाखून उखाड़ने और ऐसा करने के लिए पंजे काटने के मामले सामने आ चुके हैं।

एसटीआर चूरना की डबरा देव बीट में 26 जून को बाघ का शव ऐसे समय मिला है, जहां इन दिनों बायसन विस्थापन के सिलसिले में अधिकारी डेरा डाले हुए हैं. ऐसे संवेदनशील कोर एरिया में शिकारियों की पहुंच और बाघ का शिकार करने के बाद उसकी गर्दन काटने का मामला सुरक्षा के तमाम दावों पर सवाल खड़े कर रहा है।

publicfirstnews.com

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