पब्लिक फर्स्ट। सिंगापुर।

सिंगापुर में शुक्रवार को एक 45 साल की महिला को फांसी की सजा दी गई है। वहां के सेंटर नार्कोटिक्स सारीदेवी बिंते जमानी नाम की महिला से 2018 में 31 ग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। वहीं उसे 1 किलो हेरोइन बेचने का दोषी पाया गया था। इसी मामले में उसे फांसी की सजा हुई है। जमानी को सजा देने के लिए पूरी तरह से कानून का पालन किया गया।

सिंगापुर में पिछले 20 सालों में पहली बार किसी महिला को फांसी की सजा दी गई है। इससे पहले 2004 में एक 36 साल की हेयर ड्रेसर महिला ड्रग्स की तस्करी के जुर्म में फांसी दी गई थी। फिलहाल मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सिंगापुर के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। संगठन ने कहा कि हम डेथ पेनल्टी खत्म कर चुके देशों से अपील करते हैं कि वो सिंगापुर में इस सजा पर पाबंदी लगवाने में हमारी मदद करें।

सिंगापुर में ड्रग्स की तस्करी पर मिलती है सजा-ए-मौत


सिंगापुर दुनिया के उन चंद देशों में से एक है जहां, ड्रग्स की तस्करी पर मौत की सजा मिलती है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े मामलों में विदेशियों को भी नहीं बख्शता है। अप्रैल में सिंगापुर में एक तमिल नागरिक को सजा दे दी गई थी।

2018 में 46 साल के तंगराजू सुप्पैया को एक किलोग्राम गांजे की तस्करी करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई थी। यूनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट काउंसिल (UNHRC) ने फांसी की सजा का विरोध किया था। बावजूद इसके तंगराजू को बुधवार को फांसी दे दी गई।

‘द गार्डियन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, तंगराजू की तमिल बोलता था और पुलिस ने उससे अंग्रेजी में पूछताछ की। इस दौरान कोई इंटरप्रेटर मौजूद नहीं था। तंगराजू को फांसी दिए जाने के पहले जिनेवा स्थित ग्लोबल कमिशन ऑन ड्रग पॉलिसी के मेंबर और ब्रिटिश टायकून रिचर्ड ब्रैनसन ने कहा था- तंगराजू का ड्रग्स से कोई वास्ता नहीं था। सरकार एक निर्दोष शख्स को फांसी पर लटकाने वाली है।

जबकि पुलिस से पूछताछ के दौरान उसके तस्करी में शामिल होने की ठीक से पुष्टि भी नहीं हो पाई थी। तब खुद UN सिंगापुर में दी जाने वाली मौत की सजा पर चिंता जाहिर की थी। मार्च 2022 से अब तक सिंगापुर 15 लोगों को नशीले पदार्थ की तस्करी से जुड़े आरोपों में मौत की सजा सुना चुका है।

50 ग्राम हेरोइन रखने पर मिली फांसी
सिंगापुर में शुक्रवार को दी गई फांसी एक हफ्ते में होने वाली दूसरी मौत की सजा है। बुधवार को भी वहां मोहम्मद बिन हुसैन नाम के एक 57 साल के शख्स को 50 ग्राम हेरोइन रखने के आरोप सजा ए मौत दे दी गई थी।

दुनिया में सबसे बड़ा बिजनेस हब माने जाने वाला सिंगापुर फांसी की सजा के मामले में चीन, नॉर्थ कोरिया और ईरान जैसे देशों की सूची में शामिल है। सिंगापुर की सरकार मौत की सजा को ड्रग्स की तस्करी रोकने में अहम हथियार मानती है। सरकार का दावा है कि वहां के लोग भी इस सजा से सहमत हैं।

publicfirstnews.com

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