मार्च की तरह अप्रैल में भी मौसम में बदलाव जारी है. प्रदेश के कुछ जिलों में बादल छाने से पारे की रफ्तार पर बार-बार ब्रेक लग रहा है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आगामी 5 अप्रैल को उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो सकता है, जिसका प्रदेश में 2-3 दिन बाद असर होने की संभावना है, यदि सिस्टम आता है तो प्रदेश में कहीं-कहीं पर बूंदाबांदी हो सकती है या बादल छा सकते हैं.

मंगलवार को बादल छाने के कारण भोपाल में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि इंदौर में 36 डिग्री, ग्वालियर में 35.8 डिग्री और जबलपुर में 37.9 डिग्री दर्ज किया गया.
वहीं, खंडवा और मंडला मंगलवार को सबसे गर्म रहे. यहां का तापमान करीब 40 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि रतलाम, दमोह, सिवनी, बैतूल, खरगोन में पारा 39 डिग्री अधिक दर्ज किया गया.

पूरे प्रदेश में हर साल अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में तेज गर्मी पड़ती है. महीने के आखिरी दिनों में तो तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है और कुछ जिलों में तो पारा 43 से 44 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन, इस बार प्रदेश में अप्रैल महीने में हल्की बारिश का ट्रेंड भी है. इस बार भी सिस्टम की एक्टिविटी है, जिससे माना जा रहा है कि कहीं-कहीं पर बूंदाबांदी हो सकती है.

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