पब्लिक फर्स्ट | मणिपुर | अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद राज्य में पहली बार हिंसा भड़क उठी. अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कई सौ लोग घायल हुए हैं.

मणिपुर में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार को भी थौबल जिले में संघर्ष देखने को मिला. जहां भीड़ ने कथित तौर पर इंडियन रिजर्व फोर्स (आईआरबी) के एक कैंप से हथियार और गोला-बारूद लूटने की कोशिश की. भीड़ को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग की, जिसमें 27 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई

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